किसी भी डिवाइस को लीजिए। चाहे TV हो, लैपटॉप हो, स्मार्टफोन हो, स्मार्टवॉच हो । सभी में डिस्प्ले लगा रहता है। लेकिन डिस्प्ले का अलग-अलग प्रकार होता है । हरेक डिस्प्ले का क्वालिटी अलग होता है। और सभी डिस्प्ले का प्राइस भी अलग-अलग होता है। जैसे IPS LCD का प्राइस कम होता है।
चलिये जानते हैं, सभी डिस्प्ले के बारे में डिटेल से। आपको पता है डिस्प्ले रंग को भी प्रदर्शित करने में सहायक होते हैं। अगर अच्छे डिस्प्ले हैं तो वह अधिक रंगों को दिखाएगा।

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1. LCD Display में कौन सी फ़ीचर्स मिलती है ?
LCD Display (Liquid Crystal Display) हिंदी में इसको “तरल काँच वाला डिस्प्ले” कहा जा सकता है। यह डिस्प्ले LED Display की तुलना में पतला डिस्प्ले है। LCD Display बहुत छोटे-छोटे लाखों पिक्सेल (कण) से बना होता है। इसके एक पिक्सेल में तीन रंगों से बना अलग -अलग तीन पिक्सेल होता है। ये तीन रंग लाल,नीला,और हरा होता है जिसे RGB कहा जाता है।
LCD डिस्प्ले में रोशनी के लिए बैक लाइट का यूज होता है। जिससे बैटरी भी ज्यादा खपत होती है। यह डिस्प्ले सस्ती होती है। लगभग 178° तक व्यइंग एंगल प्रदान करता है। यह डिस्प्ले गहरा रंग पारदर्शिता नहीं कर पाता है। यह डिस्प्ले बहुत ही कठोर होते हैं। और फिंगरप्रिंट स्कैनर टेक्नोलॉजी इस डिस्प्ले पर फिट नहीं होती है । LCD डिस्प्ले का उपयोग स्मार्टफोन, TV ,मॉनिटर इत्यादि में किया जाता है। LCD डिस्प्ले में भी अलग-अलग प्रकार हो गए हैं ।
– TN LCD Display :- TN का मतलब Twisted Nematic है। यह डिस्प्ले बहुत अच्छे टच रेस्पॉन्स देता है। इसलिए TN LCD डिस्प्ले में कंट्रास्ट रेश्यो, व्यइंग एंगल और कलर कंट्रास्ट कम होता है।
– IPS LCD Display:- (In Panel Switching displays) IPS LCD डिस्प्ले TFT का अपग्रेडेड वर्शन है। IPS LCD डिस्प्ले TN और VA दोनों डिस्प्ले से बेहतर होता है। अगर LCD डिस्प्ले में सबसे अच्छे डिस्प्ले की बात करें तो यह IPS LCD होता है। IPS LCD डिस्प्ले में एक बल्ब लगा रहता है जिससे डिस्प्ले पर रोशनी रहती है। इसलिए यह ज्यादा बैटरी खपत करता है।
- LCD डिस्प्ले बैटरी खपत बहुत ज्यादा करती है। जब स्क्रीन काली होती है तब भी इसका बैक लाइट जलते रहता है । इसलिए बैटरी खपत ज्यादा होती है।
- LCD डिस्प्ले में नाईट मोड ऑन करने का कुछ फायदा नहीं होता है।
- LCD डिस्प्ले में IPS LCD को बेहतर माना जाता है।
- IPS LCD डिस्प्ले बहुत पुराना डिस्प्ले है। यह डिस्प्ले सस्ता होता है।
- इस डिस्प्ले का उपयोग TV, लैपटॉप में खास तौर पर किया जाता है। और 15K के अंदर वाले स्मार्टफोन में भी IPS LCD डिस्प्ले का यूज किया जाता है।
– VA LCD Display:- Vertical Alignment Panels यह डिस्प्ले TN और IPS के बीच वाला डिस्प्ले है।
– AFFS LCD Display:- (Advanceed Fringe Field Switching) यह एक टॉप परफॉर्म करने वाला डिस्प्ले। IPS LCD डिस्प्ले की तुलना में कलर रिप्रोडक्शन रेंज AFFS LCD का बेहतर है।
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2. OLED Display का फ़ीचर्स लाभ-हानि
OLED (Organic light-emitting diode) डिस्प्ले LCD डिस्प्ले का अपग्रेड वर्शन है। LCD डिस्प्ले में बैक साइड में लाइट जलता है वहीं OLED डिस्प्ले में बैक लाइट का यूज नहीं किया जाता है जिससे बैटरी कम खपत होती है।
OLED डिस्प्ले LCD की तुलना में पतला होता है। OLED डिस्प्ले के हरेक पिक्सेल में लाइट होता है। जब स्क्रीन काला होता है तो सभी पिक्सेल का लाइट बंद हो जाता है। इससे बैटरी की बचत होती है। OLED डिस्प्ले में ऊपर एक प्लास्टिक परत देकर उसे मोड़ा जा सकता है।
इसलिए फोल्डेड डिस्प्ले में OLED डिस्प्ले का यूज किया जाता है। OLED डिस्प्ले बहुत महंगे होते हैं इसलिए कम प्राइस वाले डिवाइस में OLED स्क्रीन का यूज नहीं किया जाता है।
QLED डिस्प्ले का मतलब होता है Quantam Light Emitting Diode इस डिस्प्ले को Samsung ने बनाया था और samsung के नए TV में इस डिस्प्ले का यूज भी किया जाता है। QLED डिस्प्ले LCD की ही तरह काम करता है। LCD की तुलना में QLED अच्छे रंगों का प्रदर्शन करता है। QLED में चमक ज्यादा होती है। लेकिन OLED का कलर, कंट्रास्ट अनुपात बहुत बेहतर मिलता है।
– AMOLED Display:- AMOLED ( Active Matrix OLED) AMOLED डिस्प्ले OLED डिस्प्ले का एक प्रकार है। एक होता है Active Matrix (सक्रीय मैट्रिक्स) और दूसरा होता है Passive Matrix (निष्क्रिय मैट्रिक्स)
- AMOLED Diplay में Active Matrix pixel (सक्रिय मैट्रिक्स पिक्सेल) होता है। इस डिस्प्ले का रिफ्रेश रेट बहुत ऊंचा रहता है।
- LCD की तुलना में AMOLED डिस्प्ले को सीधे धूप में देखना मुश्किल हो सकता है क्योंकि उनकी अधिकतम चकम कम होती है।
- AMOLED डिस्प्ले में जो कार्बनिक सामग्री यूज की जाती है।वह कम समय में खराब होने की संभावना होती है, जिससे इस डिस्प्ले का रंग बदल सकता है।
super AMOLED डिस्प्ले भी होता है। लेकिन Super शब्द मार्केटिंग के लिए जोड़ा गया। यह AMOLED डिस्प्ले जैसा ही फ़ीचर्स के साथ आता है।
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3. p-OLED Display में क्या अलग फ़ीचर्स हैं ?
p-OLED (polymer organic light-emitting diode) यह डिस्प्ले AMOLED डिस्प्ले जैसा ही है। P-OLED डिस्प्ले को LG कंपनी ने विकसित किया है। और AMOLED डिस्प्ले को Samsung ने विकसित किया है। जो लाभ-हानि AMOLED में है वहीं इस डिस्प्ले में भी है। P-OLED डिस्प्ले को भी फोल्ड किया जा सकता है।
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